ऐ धरती तू है जननी। जो भूलहुई तो क्षमा करो। ऐ धरती तू है जननी। जो भूलहुई तो क्षमा करो।
काठमांडू का ये सफर, कहा न जाए कितना मधुर। काठमांडू का ये सफर, कहा न जाए कितना मधुर।
सामना करता किसान इनके आगे हार जाता उसके सपने औऱ उम्मीदों की बोनी उड़ान से सपने बिखर जाते सामना करता किसान इनके आगे हार जाता उसके सपने औऱ उम्मीदों की बोनी उड़ान से सप...
मुस्कुराना तो एक कला है पर हर शख्स यहां पगला है। मुस्कुराना तो एक कला है पर हर शख्स यहां पगला है।
हम चाहे मिट जाये क्यों ना मिट्टी के ही भाव, अब हर तरह के प्रदूषण का खात्मा करना है। हम चाहे मिट जाये क्यों ना मिट्टी के ही भाव, अब हर तरह के प्रदूषण का खात्मा कर...
चौकीदार के चोले को यूँ ही बदलते रहेंगे तो हमारी हार होगी ! चौकीदार के चोले को यूँ ही बदलते रहेंगे तो हमारी हार होगी !